Monday 25 April 2011

आम बजट पर विशेष ........

आम बजट पर विशेष ........

बरस रही हँ खूब झमाझम
साकी ,अम्बर से हाला 
भरा लबालब छलक रहा हँ
सोने- चाँदी का प्याला 
पड़े उपेक्षित तरस रहे
बहुतेरे प्याले माटी के 
प्रश्न प्रतीक्षित  खडा शास्वत 
कब चेतेगी मधुशाला 


-घनश्याम वशिष्ठ

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