kavighanshyam
Wednesday 30 October 2013
करे ठगा महसूस प्रशासन ,मिला न सोना .
कितना महँगा पड़ा ,एक बाबा का सोना .
घनश्याम वशिष्ठ
Tuesday 29 October 2013
मौसम बदलते ही ,पिंघली बर्फ, फिर जम जायेगी ,
अफ़सोस, सकारात्मक सक्रियता फिर थम जायेगी .
घनश्याम वशिष्ठ
Sunday 27 October 2013
हमारे संयम की छाँव तले चल रहा है -
सुरक्षित,उनका दुस्साहस पल रहा है।
घनश्याम वशिष्ठ
Monday 21 October 2013
दियासलाई के निशान, हाथों पर तो मिलने नहीं ।
फिर कातिल कौन …आग ही सही …
घनश्याम वशिष्ठ
Saturday 5 October 2013
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