Tuesday 26 April 2011

पहले राजा ,अब कलमाड़ी........

पहले राजा ,अब कलमाड़ी........

पहले राजा, अब कलमाड़ी
घोटालों के चतुर खिलाड़ी
धरी रह गयी सब चतुराई
जब पब्लिक ने वाट लगाई
साथ मीडिया भी चढ़ बोला
सत्ता का सिंहासन डौला
जब घिरने की आई बारी
गिरगिट हो गए सत्ताधारी
चुप्पी साधी मौक़ा ताड़ा
संबंधों से पल्ला झाड़ा
पलट पीठ पर लात लगाई
हवालात की राह दिखाई
मात खा गए कुटिल खेल में
सोचो दोनों बैठ जेल में

-घनश्याम वशिष्ठ


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