Tuesday 23 August 2011

लोकतंत्र में  जन  सैलाब को बलात रोकना ,राजनैतिक आत्म हत्या करना है .
भला कौन समझाए इन घमंड में बौराए राजनेताओं को ?
विनाश काले विपरीत बुद्धी .

घनश्याम वशिष्ठ



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