Friday 22 March 2013

बीस बरस बाद जब .....
पीढितों के घाव भर गए ,
बुढियाते अपराधी सुधर गए  .
न्याय व्यवस्था तब .....
मरहम लगा रही है ,
कारागृहों में धकिया रही है .

घनश्याम वशिष्ठ

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