बीस बरस बाद जब .....
पीढितों के घाव भर गए ,
बुढियाते अपराधी सुधर गए .
न्याय व्यवस्था तब .....
मरहम लगा रही है ,
कारागृहों में धकिया रही है .
घनश्याम वशिष्ठ
पीढितों के घाव भर गए ,
बुढियाते अपराधी सुधर गए .
न्याय व्यवस्था तब .....
मरहम लगा रही है ,
कारागृहों में धकिया रही है .
घनश्याम वशिष्ठ
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