ज़िंदा रहे जिंदादिली ,होती अमर यह ज़िन्दगी ,
संघर्ष में ज़िंदा जले ,शोलों से आजादी मिली .
देकर गए स्वामित्व वो ,अधिकार औ दायित्व वो ,
लहराए चिर आकाश में ,ध्वज हर्ष में उल्लास में ,
थाती की रक्षा के लिए , तत्पर रहें रौशन दिए ,
होगी शहीदों के लिए ,सच्ची यही श्रधान्जली।
घनश्याम वशिष्ठ
संघर्ष में ज़िंदा जले ,शोलों से आजादी मिली .
देकर गए स्वामित्व वो ,अधिकार औ दायित्व वो ,
लहराए चिर आकाश में ,ध्वज हर्ष में उल्लास में ,
थाती की रक्षा के लिए , तत्पर रहें रौशन दिए ,
होगी शहीदों के लिए ,सच्ची यही श्रधान्जली।
घनश्याम वशिष्ठ
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