Monday, 15 August 2011

आज़ाद देश  में ,दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में.
भ्रष्टाचार से मुक्ति पाने के लिए ,आज संघर्ष करने की 
आज़ादी नहीं .....क्या कहेंगे लोकतंत्र और आज़ादी
के बारे में?

घनश्याम वशिष्ठ

No comments:

Post a Comment