kavighanshyam
Thursday, 25 September 2014
मंगलयान की सफलता नें राहें खोल दीं ,
आमंत्रण देते ब्रह्माण्ड नें बाँहें खोल दीं
घनश्याम वशिष्ठ
Tuesday, 23 September 2014
मुंह तोड़ जबाब उसे दो , जो सबल हो
उसे क्या ,,जो बिला बल हो
घनश्याम वशिष्ठ
Friday, 19 September 2014
डायबिटीज़ कर रही है ,बार्डर लाइन क्रॉस ,
फिर भी चीनी मोह ……… अफ़सोस .
घनश्याम वशिष्ठ
Tuesday, 16 September 2014
जब कही ही दूसरों के फायदे की ,
क्या खाक कही क़ायदे की …।
घनश्याम वशिष्ठ
Wednesday, 10 September 2014
यहाँ पग पग पर फरेब है ,
इन गलियों में ही ऐब है .
घनश्याम वशिष्ठ
Saturday, 6 September 2014
कर लेतीं वो, इज़हारे इश्क़ गर
कट जाते ना ,मेरी आवारगी के पर
घनश्याम वशिष्ठ
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