गम जो गर्माया चलो अच्छा हुआ आँख के कंकर पिंघलकर बह गए
घनश्याम वशिष्ठ
Tuesday, 27 December 2011
अटल जी के जन्म दिवस पर विशेष.....
तुम अटल संकल्प हो ,तुम हो उदय उत्कर्ष के तुम ध्वजावाहक अटल , जन चेतना संघर्ष के तुम अटल मार्तंड मंडल , उन्नति के हर्ष के जन हृदय सम्राट तुम , नायक हो भारतवर्ष के
घनश्याम वशिष्ठ
Monday, 19 December 2011
जनता को लोकतंत्र का लबादा उढा दिया कितनी चतुराई से कटे हाथों को छुपा दिया
घनश्याम वशिष्ठ
Friday, 16 December 2011
देश के सांसदों के लिए ... पहले सीखो कर्तव्यनिष्ठ बनना फिर सोचो अति विशिष्ठ बनना घनश्याम वशिष्ठ
Thursday, 8 December 2011
कपिल सिब्बल की माने तो तत्पर रहे, गांधी जी के बन्दर बन जाने को
घनश्याम वशिष्ठ
Monday, 5 December 2011
आपनें बड़ी खूबसूरती से जताकर हया किसी का अक्स , पलकों में छुपा लिया
घनश्याम वशिष्ठ
Friday, 2 December 2011
आपकी खुशियों के कारण तो ज़रा हम भी लिए खुश हो
घनश्याम वशिष्ठ
Thursday, 1 December 2011
अपने आँसुओं से परिचय तो करा कर जाओ ख़ुशी के हैं या गम के इतना तो बता कर जाओ